The best Side of Navratri Shayari In Hindi

मां दुर्गा का आशीर्वाद हमें हमेशा प्राप्त रहे !!

माँ दुर्गा की कृपा आपके साथ हमेशा बनी रहे !!

काली तू महाकाली तू, दुर्गा तू नवदुर्गा,

शंकर जी ने उन्हें यज्ञ में ना जाने के लिए बहुत प्रकार से समझाया मगर सती पिता का यज्ञ देखने और वहाँ जाकर अपनी माता और बहनों से मिलने की इच्छा कम न हो सकी । सती की प्रबल इच्छा को देखते हुए भगवान शंकर जी ने उन्हें वहाँ जाने की अनुमति दे दी।

नवरात्रि के इस खास मौके पर हो आपके सपनों का सही मंजिल।

वाह! क्या बात है! शानदार गजब छा गये आप तालियां ✌शाबाश जबरदस्त

और आपकी सभी मनोकामनाएँ पूरी हों। शुभ नवरात्रि !!

ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू। दया करे धनवान करे तू।

धवल परिधाना ब्रह्मरूपा पुष्पालंकार भूषिताम्॥

नवरात्रि के इस मौके पर करें उनका समर्पण और प्रेम से भर दे अपना दिल।

नवरात्रि के त्योहार पर हो आपके जीवन में बहुत सारा प्यार।

पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च।

नवरात्रि के इस मौके पर हो आपका जीवन सुखमय और सफल।

नवरात्रि की शुभकामनाएँ मां दुर्गा के आगमन के इस !!

Navratri Shayari In Hindi Can Be Fun For Anyone

माँ के दिव्य रूप का ध्यान रखकर हो सबका जीवन खुशियों से भरा हुआ।

माँ के चरणों में हो सभी का आशीर्वाद और समर्पण।

हर युग में मुनि ज्ञानी देते सबको यह उपदेश,

नवरात्रि का महत्व समझकर करें उसका सम्मान,

मां अंबे के नाम से होती है खुशियां बरसती,

और आपके जीवन को सुखमय बनाती हैं शुभ नवरात्रि !!

नवरात्रि के इस मौके पर करें उनका गुणगान और प्रार्थना का आवास।

नवरात्री की आपको हार्दिक शुभकामनाएं !!

माँ के आगमन का आनंद मनाएं और उनके चरणों में हो लगाएं अपने मनोकामनाओं के फूल।

नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि सभी भाग्य के प्रदाता भगवान मंगल, देवी ब्रह्मचारिणी द्वारा शासित हैं. भविष्य पुराण के अनुसार इस दिन साधक अपने मन को माँ के चरणों में लगाते हैं। ब्रह्म का अर्थ है तप और चारिणी का अर्थ आचरण करने वाली। इस प्रकार ब्रह्मचारिणी का अर्थ हुआ तपस्या का आचरण करने वाली। इनके दाहिने हाथ में जप की माला एवं बाएँ हाथ में कमण्डल रहता है। इस दिन साधक कुंडलिनी शक्ति को जगाने के लिए भी साधना करते हैं। जिससे उनका जीवन सफल हो सके और अपने सामने आने वाली किसी भी प्रकार की मुश्किलों का सामना आसानी से कर सकें।

नवरात्रि के इस धार्मिक उत्सव में हो आपका मन भगवान के प्यार में रंगीन।

पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च।

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।

माँ के प्यार में डूबी है यह नवरात्रि की रातें,

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